Short Moral Stories in Hindi for Class 7 & 9 - शहर में चोरी और लालच
Short Moral Stories in Hindi for Class 7 & 9 - शहर में चोरी और लालच - यह कहानी आप अपने बच्चों को ज़रूर सुनाइए और उन्हें सिखाइये कि लालच बहुत ही ज़्यादा बुरी बला है और लालच से हमेश दूर रहे.
एक गॉंव में एक मनचला रहता था, उसका नाम बंटी था और वो कोई काम नहीं करता था.
वो हर रोज़ शहर जाता, किसी का भी घर खुला देखता तो उसमें घुस जाता और जो भी कीमती सामान उसे वहां पड़ा हुआ मिलता, वो उसे उठा लेता और उसी शहर में उसे बेच कर जो भी पैसे मिलते, उससे महंगे कपडे खरीदता और वापिस गाँव आ जाता.
गाँव के 2 लोग हरिया और मोती उसे और उसकी तरक्की देख कर बहुत हैरान होते हैं और सोचते हैं की क्यों न हम भी पता करें की बंटी क्या काम करता है. इसी मंशा से वे दोनों बंटी के घर आ जाते हैं.
Short Moral Stories in Hindi Video
Short Moral Stories in Hindi for Class 7 and 9
वे दोनों बहुत कोशिश करते हैं बंटी से उसे कारोबार के बारे में जान्ने की, कि जिससे इतनी जल्दी इतनी आमदनी हो जाती है. पर बंटी उन्हें बातों में उलझा देता है और कुछ नहीं बताता. और उन्हें अपने घर से भेज देता है.मोती और हरिया वहां से उस वक़्त चले जाते हैं पर दोनों आपस में बात करते हैं कि ऐसा कौनसा काम है जो रात को होता है और इतनी आमदनी और तरक्की देता है. बंटी के काम के बारे में सोच सोच कर पूरा दिन परेशान होने के बाद वो दोनों सोचते हैं कि क्यों न बंटी का रात को पीछा कर के देखा जाए और जाना जाए कि बंटी क्या काम करता है.
हरिया और मोती - दोनों रात होने पर बंटी के घर के पास छिप जाते हैं. कुछ ही देर में बंटी शहर कि और निकल पढता है. मोती और हरिया भी छुप छुप कर उसका पीछा करते हैं. कुछ देर बाद वे लोग शहर पहुंच जाते हैं.
Also Read: सकारात्मक सोच की शक्ति - Power of Positive Thinking in Hindi
TV कि चोरी
उन दोनों को समझते देर न लगी कि बंटी तो चोर निकला और वो ये सब ऐशो-आराम चोरी के पैसों से करता है. वे दोनों बंटी का पीछा करते हुए देखते हैं कि बंटी उस TV को एक कूड़ेदान के पीछे छिपा देता है (यह सोच कर कि बंटी इस TV को सुबह सुबह वहां से उठा लेगा और बेच देगा) और वहां से चला जाता है.
हरिया और मोती ये सब देखते हैं और वे सोचते हैं कि क्यों न वे इस TV को उससे पहले उठा लें और बेच दें. वे दोनों उस TV को वहां से उठा लेते हैं और सुबह होने पर एक कबाड़ी को अच्छे दामों पर TV बेच देते हैं. वे बहुत खुश होते हैं के दिन भर खेत में म्हणत करके कुछ हासिल नहीं होता और इस काम से तो हमने बहुत ज़्यादा पैसा कमा लिया.
वहीँ दूसरी तरफ जब बंटी TV को कूड़ेदान के पीछे नहीं पाता, तो परेशान हो जाता है. और निराश हो कर वापिस अपने गाँव आ जाता है.
Cycle कि चोरी
अगली रात भी फिर वही होता है, बंटी चोरी के लिए शहर कि और चल देता है, हरिया और मोती उसका पीछा करते हैं. बंटी एक खुले घर में घुसता है और उस घर से एक Cycle उठा लाता है और वहां से भाग जाता है. हरिया और मोती भी उसका पीछा करते हैं.बंटी उस चुराई हुई Cycle को इस बार कुछ झाड़ियों के पीछे छिपा देता है और वहां से चला जाता है. हरिया और मोती उस Cycle को वहां से उठा कर पिछली रात कि तरह ही ले जाते हैं और सुबह होने पर कबाड़ी वाले को बेच देते हैं.
बंटी दोबारा अपनी चुराई Cycle को ना पा कर बहुत परेशान और निराश हो जाता है और समझ जाता है कि कोई तो है जो उसका पीछा करता है.
अगली रात बंटी घर से नहीं निकलता जिसपर हरिया और मोती सोचते हैं कि क्यों ना वे खुद जा कर चोरी करें. वे दोनों चोरी करने के लिए शहर निकलते हैं और इस बार बंटी उनका पीछा करता है.
Also Read: 3 Moral Stories on Positive Attitude in Hindi
Fridge कि चोरी
हरिया और मोती एक खुले घर में घुस कर एक बड़ा से Fridge उठा कर लाते हैं और बहुत मेहफ़ूज़ झाड़ियों के पीछे उसे छिपा देते हैं और वहां से चले जाते हैं.
इस बार बंटी वहां पहुंच कर उस Fridge को वहां से गायब कर देता है. सुबह होने पर वे दोनों Fridge को वहां ना पाकर एक दुसरे कि नियत पर शक करते हैं और कबाड़ी के पास जाकर पूछने कि सोचते हैं.
वे जैसे ही उस कबाड़ी के पास पहुंचते हैं तो हैरान रह जाते हैं देख कर कि बंटी पहले से ही उस Fridge का सौदा उस कबाड़ी से कर चूका होता है. हरिया और मोती - बंटी पर और बंटी - हरिया और मोती पर चोर होने का इलज़ाम लगाते हैं और खरी खोटी सुनाते हैं.
तभी एक दरोगा दूकान के पास से गुज़र रहा होता है और उनकी साड़ी बातें सुन लेता है और तीनों को रंगे हाथों पकड़ लेता है. अब उन तीनों को उनके किये कि सजा मिलती है और उन्हें जेल में दाल दिया जाता है.
Short Moral Stories in Hindi for Class 7 and 9 - Moral:
लालच बुरी बला है. हमें कभी भी लालच नहीं करना चाहिए. लालच करना अच्छी बात नहीं. आपका लालच आपको कभी खुश नहीं रहने देगा.
Also Read: साखी भगत बेनी जी की व नाम की महिमा - Bhagat Beni Saakhi - Naam ki Mahima
Comments
Post a Comment